हैल्लो
दोस्तों.. मेरा नाम सलमान है और मेरी
उम्र 31 साल है. मुझे इस साईट पर
कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है ख़ासकर
साली और भाभी की.
दोस्तों यह मेरी पहली
कहानी है और में
उम्मीद करता हूँ कि आप सभी
लोगो को यह बहुत
पसंद आएगी. में यू पी के
लखनऊ शहर का रहने वाला
हूँ. मैंने इस साईट पर
बहुत सी आंटीयों की
कहानियां पड़ी तो मैंने भी
सोचा कि क्यों ना
में भी अपनी कहानी
आप सभी लोगों बता दूँ.
मेरी
माँ, मेरे पिताजी और मेरे पिताजी
की बहन उदाहरण के लिए मेरी
मौसी मोना मेरे घर पर रहती
हैं। मोना बुआ एक विधवा हैं
और उनकी पत्नी ने उनकी शादी
के दो महीने बाद
ही नौकरी छोड़ दी। उनके पति को केंसर था.
मोना बुआ की उम्र 35 साल
है वो सावलें रंग
की है.. लेकिन वो बहुत सेक्सी
औरत है. बुआ की चूची बड़ी
बड़ी है और गांड
भी बहुत बाहर निकली हुई है. उनका फिगर का साईज़ 38-34-42 है
जो मुझे बाद में बुआ ने खुद बताया.
मेरा घर दो मंजिल
का है.. नीचे 3 रूम और ऊपर भी
3 रूम है. मम्मी और पापा नीचे
के रूम में रहते है. में और मेरी मोना
बुआ ऊपर के रूम में
रहते है.
एक
दिन में अपने रूम में सो रहा था..
तो मेरी आँख खुली तो मुझे बुआ
के कमरे से कुछ आवाज़
सुनाई दी. बुआ का रूम मेरे
के बिल्कुल पास वाला है और दोनों
रूम में एक अटेच बाथरूम
है. फिर मैंने बाथरूम जाकर उनके कमरे में झांककर देखा तो बुआ बिल्कुल
नंगी लेटी हुई अपनी चूत में उंगली कर रही थी
और मैंने पहली बार बुआ को पूरा नंगा
देखा था. वाह क्या चूची थी. में देखकर वहीं पर मुठ मारने
लगा और बुआ अपनी
उंगली से अपनी चूत
चोद रही थी और अपनी
चूची दबा रही थी और फिर
कुछ देर बाद शायद वो झड़ गयी
और में भी झड़ गया.
फिर में अपने रूम में जाकर बुआ के ख़यालो में
ही सो गया और
दूसरे दिन से में मोना
बुआ को अलग नज़रों
से देखने लगा.
फिर
एक दिन पापा के मोबाईल पर
खबर आई कि उनके
मामा की मौत हो
गयी है.. तो अब सभी
को जाना पड़ेगा. तो मोना बुआ
बोली कि आप लोग
चले जाओ में नहीं जाऊंगी. तो पापा बोले
कि तुम अकेली यहाँ पर कैसे रहोगी?
तो बुआ बोली कि सलमान भी
यहाँ पर रुक जाएगा
और में यह बात सुनकर
बहुत खुश हो गया और
मैंने कहा कि हाँ पापा
आप लोग चले जाईए में और बुआ यहीं
पर रुक जाते है. तो पापा बोले
कि ठीक है हम लोग
जा रहे है और फिर
वो लोग अपना सामान बांधकर जल्दी से तैयार होकर
स्टेशन चले गये. फिर में अपने कमरे में जाकर कंप्यूटर पर पॉर्न मूवी
देखने लगा और मोना बुआ
घर के कामो में
लग गयी और फिर कुछ
देर बाद में मूवी देखते देखते मुठ मारने लगा. तभी बुआ कोई काम से अचानक मेरे
रूम में आ गई और
में उन्हें देखकर घबरा गया. बुआ मेरे 7 इंच के लंड को
घूर घूरकर देख रही थी जो एकदम
तनकर खड़ा था. मैंने जानबूझ कर लंड को
नहीं छुपाया और बुआ जल्दी
से वापस चली गयी..
लेकिन
मुझे अब बहुत डर
भी लग रहा रहा
था कि बुआ मम्मी
पापा को यह सब
ना बता दे. फिर रात को बुआ मेरे
रूम में आई और बोली
कि चलो खाना तैयार है.. जल्दी से चलो और
खा लो. फिर में बुआ के पीछे पीछे
बाहर जाकर हाथ मुहं धोकर खाना खाने के लिए बैठ
गया. बुआ मुझे खाना दे रही थी
तो उनके ब्लाउज में से उनकी आधी
चूची साफ साफ दिख रही थी और में
उन्हें घूरकर देखने लगा. तो बुआ ने
यह बात नोटीस की और उन्होंने
जानबूझ कर अपनी चूची
नहीं छुपाई और फिर बुआ
मुझसे बोली कि खाना खाकर
मेरे रूम में आओ मुझे तुम
से कुछ बात करनी है. तो मैंने कहा
कि ठीक है और बुआ
वहाँ से उठकर चली
गयी.
तो
में मन ही मन
बहुत खुश हुआ था और सोचा
कि आज मुझे बुआ
को चोदने से कोई नहीं
रोक पाएगा. में बुआ के रूम में
गया और मैंने सर
झुकाकर कहा कि बुआ क्या
बात करनी है? तो बुआ बोली
कि अभी कुछ देर पहले तुम अपने कमरे में क्या कर रहे थे?
तो में डर गया और
मैंने कहा कि कुछ भी
तो नहीं. तो बुआ बोली
कि झूठ मत बोलो मैंने
खुद तुम्हे मुठ मारते हुए देखा है. बुआ के मुहं से
यह बात सुनकर में दंग रह गया. बुआ
बेड पर पैर नीचे
करके बैठी थी और फिर
बुआ बोली कि मुझे भैया
और भाभी से इस बारे
में बता करनी पड़ेगी. फिर में डर के मारे
उनके पैरो में गिर गया और मैंने कहा
कि नहीं बुआ पापा से कुछ मत
कहना.. अब अगली बार
यह ग़लती नहीं करूँगा.. प्लीज मुझे माफ़ कर दो.. कहते
हुए में रोने लगा.
तो
बुआ बोली कि ठीक है
में किसी से कुछ नहीं
कहूँगी.. लेकिन जो में कहूँगी
वो तुम्हे करना होगा. तो मैंने कहा
कि ठीक है.. लेकिन मुझे क्या करना होगा? तो बुआ ने
अपनी साड़ी ऊपर की और उन्होंने
मेरा सर पकड़कर कहा
कि मेरी चूत में बहुत दिनों से खुजली बहुत
हो रही है तुम इसे
चाटकर शांत करो. फिर मैंने अपना मुहं धीरे से उनकी चूत
पर रखा और जीभ से
चूत चाटने लगा और बुआ ने
मेरा सर अपनी चूत
पर दबा लिया और कहा कि
हाँ चाट इसे बहुत दिनों से इसे किसी
ने चाटा नहीं है.. आह उफ्फ्फ वह्ह्ह
माँ सिईईईईईई. फिर 10 मिनट बाद वो झड़ गयी
और बुआ ने खड़ी होकर
अपने सारे कपड़े उतार दिए और मैंने भी
अपने कपड़े उतार दिए. फिर बुआ ने मेरा लंड
पकड़ कर उसे गप्प
से अपने मुहं में ले लिया और
में आहहह करने लगा और उनके मुहं
को चोदने लगा.
फिर
हम 69 की पोजिशन में
आ गए और वो
मेरा जोर जोर से अंदर बाहर
करके लंड चूस रही थी और में
उनकी चूत सहला रहा था. पूरे रूम में उफफ फक फक छप
आह सीईईईई आह अइया की
आवाज़ गूँज रही थी. इस बीच बुआ
दो बार और झड़ गयी
और में भी झड़ गया.
फिर बुआ ने अपनी चूची
मेरे मुहं में देकर कहा कि इसे चूसो
में उनकी चूची ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा
और मसलने लगा बुआ और भी गरम
होने लगी और वो मेरे
लंड को सहलाने लगी.
मेरा लंड फिर खड़ा हो गया और
फिर बुआ बोली कि बस अब
मत तड़पाओ.. अपना लंड मेरी चूत में डालकर मेरी चूत को आज फाड़
दो. तो मैंने अपना
लंड बुआ की चूत के
पास रखा और एक ज़ोर
का धक्का मारा.. मेरा लंड बुआ की चूत में
आधा घुस गया और बुआ जोर
से चिल्ला उठी आह आह सीसीसिईसी
आह. फिर में धीरे धीरे धक्के देने लगा और बुआ अपनी
गांड उठाकर मेरा साथ देने लगी. तो मैंने अपनी
स्पीड बड़ा दी और बुआ
10 मिनट बाद झड़ गयी.
फिर
मैंने कहा कि मुझे अब
आपकी पीछे से गांड मारनी
है. तो वो बोली
कि मैंने अपनी गांड कभी नहीं मरवाई.. लेकिन मैंने उनका कहा नहीं माना और बुआ को
उल्टा लेटा दिया थोड़ा थूक लगाकर उनकी गांड में अपना लंड डाल दिया और वो बहुत
जोर से चिल्ला उठी..
ऊई माँ मर गयी निकालो
बाहर इसे.. मेरी गांड फट जाएगी.. लेकिन
में नहीं माना और जोर जोर
से धक्के लगाने लगा. फिर वो बोली कि
मादरचोद निकाल बाहर. तो में बोला
कि चुप रंडी कहीं की चुपचाप पड़ी
रह वरना आज चोद चोदकर
तेरी चूत का भोसड़ा बना
दूँगा और तुझे यहाँ
पर बचाने वाला कोई भी नहीं है.
फिर मैंने अपनी रफ़्तार तेज कर दी और
जमकर बुआ की गांड मारी
15 मिनट बाद में झड़ गया और फिर मम्मी
पापा के आने तक
रोज में और बुआ चुदाई
करते थे.